नई दिल्ली / मुंबई: देश में तेजी से बढ़ते Non-Performing Assets (NPA) आज बैंकिंग और वित्तीय व्यवस्था के लिए एक गंभीर चुनौती बने हुए हैं। ऐसे समय में वित्तीय समाधान के क्षेत्र में एक भरोसेमंद नाम बनकर उभरी है विनय कुमार दुबे के नेतृत्व वाली VKDL NPA Advisory Council, जिसने अपनी विशेषज्ञता और रणनीतिक कार्यप्रणाली के माध्यम से देशभर में कई बड़े और जटिल एनपीए मामलों को सफलतापूर्वक सुलझाया है।
VKDL NPA Advisory Council ने बैंक, वित्तीय संस्थानों और व्यापारियों के बीच संतुलन बनाते हुए ऐसे समाधान प्रस्तुत किए हैं, जिनसे न केवल बकाया वसूली संभव हुई है, बल्कि प्रभावित व्यापारियों को भी दोबारा वित्तीय स्थिरता प्राप्त करने का अवसर मिला है। परिषद का कार्य केवल वसूली तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाधान-आधारित और पुनर्वास-केंद्रित दृष्टिकोण पर काम करती है।
अनुभवी टीम और रणनीतिक दृष्टिकोण
VKDL की टीम में अनुभवी बैंकिंग विशेषज्ञ, वित्तीय सलाहकार, कानूनी विशेषज्ञ और डेटा-एनालिस्ट शामिल हैं, जो एनपीए से जुड़े मामलों का गहन अध्ययन कर डेटा-आधारित और कानूनी रूप से सुदृढ़ रणनीति तैयार करते हैं। परिषद की कार्यशैली में समयबद्ध निर्णय, पारदर्शिता और बैंकिंग कानूनों की गहरी समझ प्रमुख भूमिका निभाती है।
परिषद द्वारा SARFAESI Act, ऋण पुनर्गठन, One Time Settlement (OTS), वसूली प्रक्रिया, वित्तीय विवाद समाधान और बैंक-ग्राहक समन्वय जैसे विषयों पर विशेष रूप से काम किया जाता है। इसी कारण उच्च मूल्य और लंबे समय से अटके मामलों में भी सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं।
व्यापारी, बैंक और सरकार—तीनों के हितों का संरक्षण
VKDL NPA Advisory Council का मानना है कि एनपीए समस्या का समाधान तभी स्थायी हो सकता है जब व्यापारी, वित्तीय संस्थान और सरकार—तीनों के हित सुरक्षित रहें। परिषद का उद्देश्य केवल बकाया राशि की वसूली नहीं, बल्कि व्यापारियों को जागरूक करना, सही वित्तीय योजना बनाना और उन्हें अपनी संपत्ति गंवाए बिना समाधान तक पहुँचाना है।
देशभर में विस्तार
वर्तमान में VKDL केवल दिल्ली तक सीमित नहीं है, बल्कि मुंबई, लखनऊ, बेंगलुरु, कोलकाता सहित देश के कई प्रमुख शहरों में सक्रिय रूप से कार्य कर रही है। विभिन्न राज्यों में फैले अपने मजबूत नेटवर्क के माध्यम से परिषद छोटे, मध्यम और बड़े—हर स्तर के एनपीए मामलों को दक्षता के साथ निपटा रही है।
जागरूकता के लिए कॉन्फ्रेंस और मीटिंग
VKDL NPA Advisory Council समय-समय पर विभिन्न राज्यों में कॉन्फ्रेंस, सेमिनार और इंटरएक्टिव मीटिंग्स का आयोजन भी करती है, ताकि व्यापारी और आम लोग एनपीए मामलों की जटिलताओं को समझ सकें। इन कार्यक्रमों के माध्यम से यह बताया जाता है कि किस प्रकार सही समय पर और सही प्रक्रिया अपनाकर बकाया भुगतान किया जा सकता है और कानूनी परेशानियों से बचा जा सकता है।
चेयरमैन का बयान
VKDL के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर विनय कुमार दुबे ने बताया कि, “हमारा प्रयास है कि एनपीए मामलों का समाधान ऐसे तरीके से हो, जिससे व्यापारी भी दोबारा खड़े हो सकें, वित्तीय संस्थानों को उनकी राशि समय पर मिले और सरकार को भी उचित राजस्व प्राप्त हो। हमारी अनुभवी टीम और देशभर में फैला नेटवर्क हमें हर पैमाने के मामलों को सफलतापूर्वक निपटाने में सक्षम बनाता है।”
भविष्य की योजनाएँ
VKDL NPA Advisory Council आने वाले वर्षों में और अधिक जटिल और उच्च-मूल्य वाले एनपीए मामलों के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की दिशा में अग्रसर है। परिषद का लक्ष्य है कि भारत की वित्तीय व्यवस्था को मजबूत करने में वह एक सशक्त और भरोसेमंद साझेदार के रूप में उभरे।


देशभर में कई बड़े वित्तीय मामले सुलझा रही है विनय कुमार दुबे की VKDL NPA Advisory Council