Latest News Of Entertainment, Politics, Sports, Crime, & Share Market From All Over India

Environmentalist Arushi Nishank Spurs Thousands Of Women To Pick Up Sui Dhaga To Make Khadi Masks – Sets Sights On OTT Projects With Bollywood Bigwigs

Environmentalist Arushi Nishank Spurs Thousands Of Women To Pick Up Sui Dhaga To Make Khadi Masks – Sets Sights On OTT Projects With Bollywood Bigwigs

Aug 22, 2020

गांधी जी की आत्म निर्भरता से प्रेरित होकर हजारों महिलाएं कोविड-19 के मुकाबले के लिए ‘सुई-धागा’ से तैयार कर रही है सूती खादी मास्क : आरुषि निशंक

21 अगस्त 2020, कोलकाता. गांधीवादी विचारधारा से प्रेरित होकर उत्तराखंड में आत्मनिर्भर, सामाजिक कार्यकर्ता, पर्यावरणविद् और शास्त्रीय कथक नृत्यांगना आरुषि निशंक ने पुन: प्रयोज्य होनेवाले खादी और सूती मास्क बनाने के लिए उत्तराखंड में हजारों ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के इरादे से ‘सुई-धागा’ देकर प्रशिक्षण दिया। प्रशिक्षण के बाद इन महिलाओं द्वारा निर्मित सूती मास्क सेना के जवानों, पुलिस, ग्रामीण श्रमिकों और बॉर्डर इलाकों में ड्यूटी करनेवाले कोविड योद्धाओं को मुफ्त में वितरण किया गया है। अब तक एक लाख से ज्यादा सूती मास्क दिल्ली, मुंबई और उत्तराखंड के शहरों और कस्बों में मुफ्त में वितरण किया जा चुका है।

सुश्री आरुषि निशंक ने कहा: खादी गांधीजी की आत्मनिर्भरता का प्रतीक है और पर्यावरण के अनुकूल है और प्रधानमंत्री के आत्मनिभर भारत पहल की भावना के अनुरूप है। हज़ारों ग्रामीण महिलाओं ने कुशलतापूर्वक प्रशिक्षण पाकर खादी से निर्मित सूती मास्क तैयार कर रही है। कोलकाता की सुप्रसिद्ध सामाजिक संस्था प्रभा खेतान फाउंडेशन द्वारा ‘एक मुलाकात’ नामक वेबिनार का आयोजन किया गया। इसमें महिलाओं को लेकर काम करनेवाली संस्था ‘एहसास’ के प्रमुख निलिशा अग्रवाल के साथ ‘एक मुलाकात’ कार्यक्रम के दौरान विचार विमर्श में आरुषि निशंक ने अन्य कई विषयों पर प्रकाश डाला, जो वर्षों से प्रमुख व्यक्तित्व और उपलब्धि हासिल करने वालों के साथ एक मुलकात कार्यक्रम मुक्त विचार-विमर्श के लिए एक लोकप्रिय मंच बन गया है।

सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यकर्ता संदीप भूतोरिया (ट्रस्टी, प्रभा खेतान फाउंडेशन) का कहना है कि: एक युवा महत्वाकांछी के लिए अपने जीवन के अनुभवों और सपनों को दूसरों के साथ साझा करने के लिए यह काफी अच्छा मंच है। अपनी भारतीय विरासत पर गर्व करने वाली आरुषि निशंक हजारों गरीब महिलाओं और अन्य लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन चुकी हैं। वर्तमान में आरुषि, गंगा और इसकी जैव विविधता के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए स्पर्श गंगा अभियान के माध्यम से हजारों लोगों के साथ जुड़ी है।

देहरादून में हिमालय आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की चेयरपर्सन आरुषि ने अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण शिखर सम्मेलन (आइईएस) की अध्यक्षता की और स्पर्श गंगा फाउंडेशन, पर्यावरण जागरूकता, सतत विकास, महिला सशक्तिकरण, जल संरक्षण और गंगा नदी में अन्य जल निकायों की सफाई को बढ़ावा देने वाली एक गैर सरकारी संगठन से भी जु़ड़ी है। केंद्र सरकार ने गंगा अभियान से जुड़े स्वयंसेवकों को ‘गंगा नायकों’ के रूप में मान्यता दी है।

आरुषि ने 2009 में एक पर्यावरण जागरूकता परियोजना “ब्यूटीफुल वैली” को शुरू किया जिसमें उन्होंने तिब्बतीय धर्म गुरू दलाई लामा एवं हेमा मालिनी (सांसद) समेत अन्य लोगों का समर्थन हांसिल किया। उनके पिता रमेश पोखरियाल (भारत के माननीय शिक्षा मंत्री) इस महाकार्य में उनके प्रेरणाश्रोत हैं।

सर्कुलर इकोनॉमी का एक वोट और स्पर्श गंगा की विभिन्न सामाजिक पहलों के लिए आरुषि ने 800 से अधिक ग्रामीण महिलाओं को प्रशिक्षित किया है और उन्हें मास्क बनाने के अलावा प्लास्टिक के विकल्प के रूप में बेकार फूल और पर्यावरण-अनुकूल बायोडिग्रेडेबल बैग बनाने के लिए प्रशिक्षित किया है। एक शास्त्रीय कथक नृत्यांगणा आरुषि अब 15 से अधिक देशों में अपने गुणों का प्रदर्शन कर चुकी है। उनके कथक बैली “गंगा अवतार” को दुनिया भर में काफी सराहा गया है। “बैलेट ने इनके अपने दो जुनून – पर्यावरण जागरूकता और नृत्य को प्रदर्शित करने का अवसर दिया।

अपने रचनात्मक दिमाग से आरुषि अबतक दो किताबें लिख चुकी हैं और भारतीय सेना पर एक क्षेत्रीय फिल्म ‘मेजर निराला’ का निर्माण भी उन्होंने किया है। उनसे अपने विचारों के आदान प्रदान में निलिशा अग्रवाल के सवाल का जवाब देते हुए कि क्या वह बड़े बैनर की बॉलीवुड परियोजनाओं में दिलचस्पी रखती हैं, आरुषि ने कहा, हां! मैं दो या तीन वेब श्रृंखलाओं के लिए ओटीटी प्लेटफार्म परियोजनाओं के लिए कुछ बड़े निर्देशकों और निर्माताओं के साथ बातचीत कर रही हूं। मैं इसमें रुचि लेकर उन्हें समय देने के लिए प्रसून जोशी की शुक्रगुजार हूं। मुझे जल्द ही अपने लिए इनकी तरफ से बड़े घोषणा का इंतजार है।

एक अन्य सवाल के जवाब में कि पर्यावरण का समर्थन करने के लिए कोविड-19 की इस कठिन घड़ी में हम अपने घरों से क्या कर सकते हैं? आरुषि ने कहा, पहले हमें अपने परिवारों और देश को घर के अंदर रहकर सामाजिक दूरी के प्रोटोकॉल को बनाए रखते हुए सुरक्षित रखना चाहिए। दूसरा हमें पानी का संरक्षण करना चाहिए।

देश के 22 शहरों में पानी का संकट है। उपयोग किए जाने वाले पानी का लगभग 70 प्रतिशत बर्बाद हो जाता है जिसे कम करने के लिए हमें उचित तरीके से पानी का उपयोग करने का नया तरीका भी जल्द ढूंढना चाहिये।

Actress Bidita Bag Released An Outstanding Video Check It Out

Actress Bidita Bag Released An Outstanding Video Check It Out

Aug 21, 2020

Babumoshai Bandookbaaz fame actress Bidita Bag recently shared a video to express the tumultuous experience of living amidst a pandemic. The nationwide lockdown, being observed since March 2020 to control virus spread, is causing restlessness among countrymen. Actress Bidita Bag supports famous fashion photographer Somsubhro Sarkaar’s concept through an unique video named ‘Pandemic’ to celebrate 73rd I-DAY and pay tribute to the nation which is fighting a pandemic situation.

Bidita Bag took to her Instagram account to share the message, which read, “A Pandemic. A Lockdown. Life upturned. Humanitarian crisis. A feeling of being caged. Switch from physical to virtual. Uncertainties all around. The collapse of the expected. Yet, from the ashes rise a breed of heroes. The resilience of the human persists, defying all odds.”

The video begins showcasing various struggles faced by human beings during the pandemic. Famous fashion photographer Somsubhro Sarkaar conceptualized and executed the whole shoot. Somsubhro with the help of Anshul R Gupta, popular film editor, and sound engineer Shaikh Mehboob executed this video. Talking about the video, Som Says, “The immense physical, psychological, social and virtual changes, struggles faced by human beings gave me the idea. Further discussions on the thoughts with multidimensional actor Bidita Bag gave it a structure.”

The collective Indian psyche, obstacles, and unsurpassable courage unfolded in poetry by Rachita Chauhan who penned a long note to go along with the video. Rachita said, “We are living in a wartime situation. A war against COVID. Unpredictability looms large. We stand face to face with our mortality. However, we are also witnessing stories of unsurpassable courage and dedication to duty. Humanity today stands in unison.”

Rima Mishra, founder of Media Tribe who agreed to help spread the video online adds, “No one can stop Somsubhro Sarkaar from creating magic. Even during the pandemic he and Bidita worked hard to shoot this very creative pandemic video. Resilience helps us survive and fight the disease better is what Rachita tells us through her poem. We should reassure ourselves that normalcy will return.”

    

We the citizens of India admire each and every sacrifice our heroes make for us, the blood, tears, pain, sweat, and fear involved in protecting the nation to make it a better place. With the hope of love and life, spirit and safety, Wishing all soldiers a happy independence day!

POEM

Thes lagi zindagi ko,

Andekha sa hai darr,

Roti ke majdoor,

Chal pare Nirash,

Tapte raston par.

Wardi dale Tainat,

Mohalle mein har Pahar,

Who bhi toh kisi ka apna hai,

Khada galiyon mein,

Bachane ek sheher.

Ek pratigya zindagi ki

Woh rahe amar

Safed pehne vesh

Khud ko andekha kar

Thama unhone lachar ko

Aspataaloan mein nirantar

Karm ka badla dhancha,

Seh Karmi screen par.

Berozgar nahi ho jaye koi,

Won Laptop pe ,

sanjh ho ya dopahar.

Usse chune ko Kare man,

Dil sa woh na door Magar.

Yeh faasley kahan tak

nakab har cherein par.

Ghar mein Nanhe,

Ke anane ka hai avasar.

Usse bachun Kaise,

Nav jeevan aur mamta,

Prashno ke dhunde Uttar.

Shavon ki Ginti,

Kar raha samachar,

Haath jode,

Natmastak,

Rab kare Meher.

Mere astitva ki neev kya hai?

Aasman ko pahunchun

Ya seechun banke neher.

Kin Rangon ko apna banun?

Piroun khudko Phul Bankar.

Bikhre Jeevan se haar Jaun?

Main na hoon kayar

Swatantra mera jivan,

Tinka tinka semetun

Banun khud ko Atma Nirbhar.

Chalo, Phir se banaye woh Ashiyana,

Mera Desh, Mera Ghar!

Sourya Music International Present First Bollywood Movie VEBBI Suspense, Thriller Completed In Covid Period With Nonstop 25 days Shooting In Manali STARING Actor Man Singh Actress Edin Rose Actor Pradeep Nagar

Sourya Music International Present  First Bollywood Movie VEBBI Suspense, Thriller  Completed In Covid Period With Nonstop 25 days Shooting In Manali  STARING Actor Man Singh  Actress Edin Rose  Actor Pradeep Nagar

Aug 21, 2020

“Sourya Music International ” ki upcoming” FILM VEBBI ” Suspense, Thriller,   ki Shooting complete ho chuki hai, VEBBI Creative Town PVT LTD ke” Mr. Mohammad Chand “sath joint venture me ban rahi Home in vision thriller bollywood Movie hai jo ki Covid and lockdown me first Bollywood film hai jo complete ki gayi hai…  VEBBI ki shooting Manali me hui hai jisme Manali ke beautiful locations dekhne ko milega, ye film me Gandi baat 4 ki actress” Edin Rose” aur Acid film ke Lead cast” Man Singh” aur unke sath bhaukaal Fame, Highway Film actor” Pradeep Nagar “main lead bhumika me najar aayege… VEBBI ek home in vision thriller movie hai jo bollywood ki pahli film hogi jo home in vision concept par banayi gayi hai…

Ye concept Hollywood me bahut success raha hai ab isko lekar Man Singh bollywood me aa rahe hai… VEBBI ki story bahut interesting hai jiska sab bahut besabri se Intezaar kar rahe hai… Edin Rose ko nayi sunny leone kaha jata hai aur unke look ke kayal hai aaj ke youths, Edin Rose ka is film me bahut he jabardast performance hai and baki ke star cast ka bhi performance bahut kabile tarif hai…

Actor Man Singh apne Acting ke liye jaane jaate hai  “Film ACID “me unke ” BILAL” ke look se aaj bhi audience bahut connected hai aur Man Singh ki performance ki fan ho gayi hai audience, VEBBI me bahut interesting look me najar aayege jo current scenario ko present karega jaha aaj kal youth kaise real life me apni routine ko fallow karte hai aur kaise kaam aur personal life me ulajh kar rah jate hai… Actor Pradeep Nagar ek acche aur majhe hue kalakar hai jinki haal he me Release hui web series bhaukaal bahut badi success rahi hai jo ki MX player ki hit series me mani jati hai… baki aur bhi bahut acche actors hai jinke look ki tarif abhi se ho rahi hai…

  

VEBBI ki shooting complete hone par pure team ko aur unke sath jude hue sabhi logo best wishes hamare taraf se, P.R., PRPMOTION BY DSABOLLYWOOD CHANNEL

Alisa Khan Dating Kashmiri Model Rafiq Bhat

Alisa Khan Dating Kashmiri Model Rafiq Bhat

Aug 21, 2020

Bollywood’s famous actress and astrologer Alisa Khan is currently in the news for Dating with Kashmiri model Rafiq Bhat. Alisa Khan met Rafiq Bhat during a magazine photo shoot in Delhi.  Apart from this, she also did some other shoots with Rafiq bhat for various brands such as MAP. During this time, such close proximity Between Alisa Khan and Rafiq Bhat caused a big stir in the life of Alisa’s marriage and the matter reached to Divorce.

After divorce her husband Aftab Hussain Shah,Alisa  not only dating with Rafiq Bhat but she is also going to marry him by 2021 and 2022.  Alisa says that Rafiq loves her family too, he not only cares for me but also loves my daughter Dua more than real Father.  Tell us that Alisa Khan, who belongs to the Ghaziabad’s royal family, she made her Bollywood debut as an actress in the Hindi film My Husband’s Wife.  She has also worked with Emraan Hashmi in the film Aaina which will be releasing soon.  Alisa told that her family did not want her to step into Bollywood, but her passion for acting brought her to Bollywood.

It was not right for girls to come to films from the family that Alisa belongs to.  But she came to Mumbai after fighting with her family and has managed to make her mark on her own today. Alisa Khan is the great granddaughter of the founder of Ghaziabad  Named mohammed Nawab Ghaziuddin.

     

She is also very famous in Bollywood as an actress as well as an astrologer.  She has also appeared in 12 music videos in addition to several South films.

Everyone Is Saying Salaam Hindustan

Everyone Is Saying Salaam Hindustan

Aug 18, 2020

This 15th August 2020, a song by Ameya Kajarekar named “Salaam Hindustan” has created a buzz among many listeners.

A Salute to every Indian, every place, glories, achievements & to every culture and rituals of our country; comprised & composed in a most beautiful tune.

The lyrics and delivery of the song gives a sense of pride to every Indian and it shows the true meaning of patriotism.

Ameya Kajarekar is an IT Professional and works for social causes. He is a rap artist as well and been in this industry from a long time. With songs like “Shabdakosh”, “Nasha Paani”, “Gyaan”, “Sacchai”, “Bars Pe Bars” he has made quite a reach on his YouTube.

“Salaam Hindustan”  has left a positive impact on the listeners and in 2 days of release it has crossed 17k views which is a achievement by itself for a independent artist.

There are some of the famous faces like Harish Dudadhade, Namrata Pradhan, Sonal Pawar, Shekhar Betkar, Rohit Phalke, Pavan Shetty and Sanika Narvekar who are associated with the song. This is directed by Roshan Rajendra and the music is produced by Rachit Srivastava.

Vijay Bhardwaj Starts The Drive To Clean Hindon River Under PM’s Gandagi Choro Bharat Campaign

Vijay Bhardwaj Starts The Drive To Clean Hindon River Under PM’s Gandagi Choro Bharat Campaign

Aug 18, 2020

Respected Prime Minister Modi also called for the cleanliness of all rivers like the Ganges. He said that just as we are getting encouraging results regarding the cleanness of Ganga ji, similarly other rivers of the country also have to free us from the mess. …

Vijay Bhardwaj and his team (Swachh Bharat Abhiyan) National Executive Member and Western Uttar Pradesh Convenor Vijay Bhardwaj, through his team, conducted a cleanliness drive on the ghats of Hindon River from 9:00 am to 4:00 pm. This ghat is very useful for Chhath Puja Bhardwaj has been running a cleanliness drive in western Uttar Pradesh for the last several days, I want Prime Minister Narendra Modi and Amit Shah ji to make an ideal demand that I fulfill all things with honesty and hard work. Taking inspiration from Shri Yashwant Singh Darbar,

The National Convenor of Swacha Bharat Abhiyan, Vijay Bharadwaj said that he will continue to campaign for the whole of August under the Gandagi Mukt Bharat campaign, which the people of the state are getting aware about the cleanliness campaign, He Added I being the convenor of Swacha Bharat abhiyan western UP urges the society to be part of this campaign and let the dream of our beloved modi ji become true.

Vijay Bhardwaj is an enthusiastic media industry leading various projects in the capacity of a creative head, producer and co-producer. His journey to Bollywood was fraught with various strides and struggles, but his tireless determination has made him the industry’s favorite acting guru – in which he offers various opportunities to new talents and helps them navigate their own way. . He gives them various platforms to showcase their work.

Politics and social life

Mr. Bhardwaj leads a vibrant political partnership that promotes his investment in carrying out various campaigns and government initiatives for the nation and its people.

He is a lifetime member of the AR Aashrayani Swayamsevak Sangh (RSS) and a mirror of his work.

The values he learned there. He is an active member of the Bharatiya Janata Party and has been the former Vice President of Bihar Cell – Mumbai. Under his able guidance, countless widows, children, the disabled were benefited. For the last 20 years, they have helped and supported them by providing basic necessities like food, clothing, and education. There has been tremendous growth and development in the areas under him.

He is also working on the designation of the Swachh Bharat Abhiyan, the national executive member of the BJP and the convener of the government’s initiative – Swachh Bharat Abhiyan for Uttar Pradesh

Through which he is promoting this campaign on various fronts by organizing various activities and events which is affecting many people. .

His work is a reflection of his values and personal strengths. He produced the famous show- No. 1 Dramebaaz in the early stage of his career. He successfully aired two seasons of the show, for which he was awarded the Golden Achievers Award. But the show drew attention to Mr. Vijay Bhardwaj’s completely different reason.

Mr. Vijay Bhardwaj was also a member of the “BJP- Beti Bachao Beti Padhao, National Team!”

And in that spirit has used his art and media background to nurture the issue. He has actively pursued the Beti Bachao-Beti Padhao campaign, where he has directed a documentary song for the campaign urging the society against malpractices like female feticide and educating girls and their importance. Has been encouraged to understand. About 5000 young girls participated in this documentary and Mr. Vijay’s efforts were highly praised and supported by 100 celebrities. His commendable efforts won the hearts of many.

The documentary gave him the Dadasaheb Phalke Film Foundation Award.

Shri Vijay Bhardwaj has also supported the empowerment of women by organizing- Women e MP Empowerment Program 2019 and Beti Bachao Beti Padhao Samman ceremony 2018

Both these events highlighted the deep interest of Shri Vijay Bhardwaj in honoring those working towards the goal of upliftment of women and supporting their efforts and empowering women. He considers education the future of a bright India.

And so is encouraging the youth of the nation to carry on the campaign- ‘Let everyone teach’. He believes that this will not only create a sense of community among the children but will also help the children who need basic education.

Vijay Bhardwaj’s constant efforts in social work and humble efforts to enrich the society Public service in the Corona era.

It has also been praised and praised during this Kovid-19 epidemic. He is helping the community by providing them with the knowledge to stay safe as well as distributing sanitizers and masks for the safety of all. These trial times have only enhanced his soul to serve his people.

   

This is a sign of his sea voyage that surpasses sympathy. He can be seen walking around spreading the message of humanity through his art and promoting various campaigns – truly a person ahead of his time!

AB Ani CD Producer Akshay Bardapurkar In An Open Conversation With Harshita Dagha About Planet Marathi OTTs Nepotism And More

AB Ani CD Producer Akshay Bardapurkar In An Open Conversation With Harshita Dagha About Planet Marathi  OTTs  Nepotism And More

Aug 18, 2020

Akshay Bardapurkar’s diligent modus operandi to touch fame skyrocket and surpass conventional content ideas in the current cinema scene. While the la-di-la of Bollywood strive acutely towards cinematic excellence, Akshay’s futuristic and high-quality compositions have already set a benchmark for content in Marathi and well as Indian cinema.

“I feel if your intent, goal and vision is set and you know what your purpose is and what it is that you want to achieve, I feel every struggle that you have been a part of gets rewarded. I have been lucky that I have been rewarded for my hard-work,” the producer of AB ani CD talks to author-journalist Harshita Dagha as he reminisces about all the stumbling blocks (read nepotism) have helped him climb and reach the summit, he believes.

“Forget nepotism, the Marathi film industry is struggling with existencial crisis.” Akshay feels. But his unapologetic will to help the Marathi film industry reach greater heights shows no stop signs.

Entrepreneurship flows like blood in the veins of Akshay, he says. “I started organising small events when I was 20. I used to organize everything and charge a legitimate fee for the same. I began my career as an event manager and after many years I became a producer, but one thing that is common between the both of them is that they both need precise decision-making, leadership qualities and eyes set for a successful execution while managing the monies extremely well.” He also tells Harshita Dagha that the said qualities are an intangible part of his DNA and character.

From producing some of the best content-packed films to launching Planet Marathi, Akshay Bardapurkar has come a long way. Talk about how he achieved it – he believes it is sincerity, dedication and commitment that leads one into achieving what they truly aim for. “I work extremely hard, sleep very less and have designed my system in such a way wherein once a decision is taken, it doesn’t come back to me until it is executed, so I try and see there is no waste of time happening.

The only time I hold is to take crucial decisions. Once they’re taken, I don’t revisit.” The quick-witted man has some important hacks for aspiring new-comers in the entertainment industry.

Passion Vista Virtual Grandeur The 4th Global Virtual Business Leadership Forum-2020 And Passion Vista’s Glamour & Style Awards 2020

Passion Vista  Virtual Grandeur The 4th Global Virtual Business Leadership Forum-2020 And Passion Vista’s Glamour & Style Awards 2020

Aug 17, 2020

Passion Vista’ Virtual Grandeur The 4th Global Virtual Business Leadership Forum-2020 along with  Passion Vista’s Glamour & Style Awards 2020, was held LIVE on Unified Brainz & Passion Vista official Facebook and You tube on the auspicious day of 15th August 2020.

Passion Vista an International Luxury, Lifestyle and Business magazine organized the first of its kind Virtual Passion Vista Glamour and Style Awards –  after successful events for Bollywood in Mumbai and Hollywood in Los Angeles in 2019 and Glamour and Style Awards – Punjabi at the start of 2020 in New Delhi.The ultra-glam event was graced by famous personalities like Bharat Ratna Mr. Bharat Goradia (USA) International promoter of Indian Art and Culture,

Quresh Songerwala Global Artists Promoter from Mumbai the Bollywood hub of India as the Special Guest of Honours for the fun filled Fiesta.

Heart beating performance by Dr. Vinod Hasal, Founder of Interactive Drumming Company, Drum Cafe mesmerized the gathering.

We had some beautiful Sri Lankan traditional dance performance from Channa Upuli Performing  Arts Foundation, Sri Lanka which added more colors to the event.

The New Rising Star, Girish Chawla with his melodious voice kept the mood going…

We had few Diplomats who shared their thoughts about Empowering  Change Makers for Sustainable Leadership…….

We had Honorees from different walks of life from all across the Globe who got the recognition they well deserved.

Passion Vista Glamour and Style Awards 2020 wouldn’t have been possible without the special appearance of celebrity guests who were the major limelight. Divya Dutta, Akriti Sharma, Ishita Chauhan, Namarata Sharma, Devarshi Shah, Hiten Tejwani, Tridha Choudhury, Pearl, Mukesh Rishi, Anushka Sen, Karishma Tanna, Eesha Deol were the celebrity guests who joined us online.

Styling up the Business Quotient!

Passion Vista Glamour and Style Awards 2020 was conducted through LIVE sessions on Facebook, with the best wishes and blessings from Dr.  GD Singh, Founder & President of Unified Brainz Group and Founder & Chairman of Asian African Chamber of Commerce & Industry.

   

Every year the event is a collaborative effort with Unified Brainz Conceptualising the event, Powered by Passion Vista Talks, and In Association with Asian-African Chamber of Commerce and Industry. This year, due to lockdown and Covid-19 pandemic ,the event was held online through live sessions.

———-PR by Fame Media

Hollywood Star Michele Morrone Gives His Best Wishes To Dubai Filmmaker N Actress Zenofar Fathima

Hollywood Star Michele Morrone Gives His Best Wishes To Dubai Filmmaker N Actress Zenofar Fathima

Aug 17, 2020

Zenofar Fathima, filmmaker and actress is the CEO of Zen Film Productions, a local film company that curates video content for international markets. In the last 3 years of operation, Zenofar and her team have released 12-15 short films, which are primarily focused on raising awareness for the general public.

Some of them include online extortion (The Pit), Dark Tale (domestic violence and even the dangers of the internet for children (The Peril series)- all can be found on their YouTube channel House of Zen.  Zenofar’s latest project was a PSA (public service announcement) known as Tomorrow Never Came, which acknowledges  the emotions and experiences of doctors during the COVID-19 pandemic.

Zenofar and her company have always been praised and appreciated for her work that has also been recognized by the likes of Emirati Princess Sheikha Hend Al Qassemi, as well as Bollywood actors Sonu Sood and Sohail Khan. Recently, Michele Morrone, Italian actor, model and fashion designer has also become one of Zenofar’s well wishers.

 

The 365 days star appreciated her content and efforts to generate awareness for multiple causes.  He wished Zenofer good luck for her future endeavors and filmmaking career, as well as her brainchild, Zen Film Productions.

Government Should Give Official Recognition To Indian Sign Language (ISL) – Vaibhav Kothari

Government Should Give Official Recognition To Indian Sign Language (ISL) – Vaibhav Kothari

Aug 16, 2020

भारतीय सांकेतिक भाषा (आईएसएल) को सरकार को आधिकारिक मान्यता देना चाहिए: वैभव कोठारी

15 अगस्त, 2020 कोलकाता: 135 करोड़ घनी आबादी वाला देश भारतवर्ष, जिसमें 1.3 मिलियन से अधिक दिव्यांग नागरिक शामिल हैं। इन नागरिकों की सुविधार्थ केंद्र सरकार को भारतीय संविधान के तहत भारतीय सांकेतिक भाषा (आईएसएल) को 23वीं आधिकारिक भाषा बनाना चाहिए।

कोलकाता के सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यकर्ता संदीप भूतोरिया द्वारा आयोजित ‘विनिंग चैलेंज’ नामक वेबिनार में प्रधान अतिथि के तौर पर उपस्थित मूक और बधिर उद्यमी, इंजीनियर और प्रेरक वक्ता वैभव कोठारी ने वेबिनार में अपने विचारों का आदान-प्रदान करते समय यह बातें कही। उन्होंने इस वेबिनार के जरिये दुनिया के विभिन्न हिस्सों से जुड़नेवालों से संवाद करने के लिए इस सांकेतिक भाषा का ही इस्तेमाल किया।

वेबिनार के दौरान संदीप भूतोरिया द्वारा वैभव से पूछे गये सवाल में कि आपको क्या लगता है, भारत की संविधान के तहत मौजूदा 22 अनुसूचित भाषाओं की सूची में भारतीय सांकेतिक भाषा को शामिल करने पर इस भाषा को कितना महत्व और बढ़ावा मिलेगा?

वैभव ने इसके जवाब में भारतीय सांकेतिक भाषा को 23वीं आधिकारिक भाषा बनाने की अपील पर फिर से जोर दिया, वैभव ने सरकार से आह्वान किया कि सरकार अपने यहां रहनेवाले लाखों बहरे और गूंगे नागरिकों की बात सुने और उन्हें उच्च शिक्षा हासिल करने और राष्ट्र निर्माण में प्रभावी योगदान देने के लिए भारतीय सांकेतिक भाषा को बढ़ावा देकर उन्हें सशक्त बनाए।

जिस तरह सरकार हमारी प्राचीन संस्कृत भाषा को बढ़ावा देती है और उसे संरक्षित करने पर हमेशा जोर देती है, जो भारतीय संविधान के तहत 22 अनुसूचित भाषाओं में से एक है, इसी तरह से भारत में नव-विकसित भाषा जो भारतीय सांकेतिक भाषा (आइएसएल) है, इसे भी अनुसूचित भाषाओं की सूची में शामिल करने की अत्यंत आवश्यकता है। वैभव ने कहा कि यह भाषा गूंगे और बहरे लोगों को उच्च शिक्षा हांसिल करने और उनके लिए छूट गये अवसरों को फिर से हांसिल करने एवं श्रवण हानि से पीड़ित लाखों भारतीयों को सशक्त करेगा।

वैभव ने सांकेतिक भाषा का संज्ञान लेने के लिए नई शिक्षा नीति पर जोर देते हुए कहा कि भारत के कई संगठन और उससे जुड़ा हर व्यक्ति 30 साल से अधिक समय से इस मांग के लिए लड़ रहे हैं। वैभव ने इस वेबिनार के दौरान संदीप भूतोरिया के उस सुझाव का पूरी तरह से समर्थन किया कि जिसमें संदीप भूतोरिया ने कहा था कि देश में बहरे व्यक्ति के लिए एक संसदीय सीट आरक्षित किया जाना चाहिये। जिसका प्रतिनिधित्व करते हुए चुना गया व्यक्ति इन श्रेणी के लोगों की समस्याओं को सरकार एवं दुनिया के सामने “बधिर पर्यावरण-प्रणाली” का प्रतिनिधित्व करते हुए रख सके। सांकेतिक भाषाएं अपने स्वयं के व्याकरण और शब्दकोश के साथ पूर्ण प्राकृतिक भाषाएं हैं। यद्यपि श्रवण की आबादी देश के सबसे बड़ी संख्या में से एक है, फिर भी भारतीय संविधान में यह औपचारिक रूप से मान्यता प्राप्त सांकेतिक भाषाओं में शामिल नहीं है।

2011 की भारतीय जनगणना के अनुसार देशभर में 1.3 मिलियन ऐसे लोग हैं, जो सुन नहीं सकते हैं, लेकिन दूसरी ओर भारत के नेशनल एसोसिएशन ऑफ डीफ का अनुमान है कि पूरे भारतीय आबादी में 18 मिलियन इस तरह के लोग हैं, या फिर हम यह भी कह सकते हैं कि भारतीय आबादी का 1 प्रतिशत के करीब लोग बहरेपन की समस्या से ग्रसित हैं। हाल ही में कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन की स्थिति में यह पाया गया कि भारत में श्रवण बाधित समुदाय को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। नई ऑनलाइन शिक्षा प्रणाली के तहत देखा गया कि बहरे बच्चे पढ़ाई करने में असमर्थ हैं, क्योंकि अधिकांश माता-पिता भारतीय सांकेतिक भाषा (आईएसएल) को नहीं जानते हैं। नई शिक्षा नीति के तहत भारतीयों को आईएसएल पर शिक्षित करना चाहिए और इसे एक आधिकारिक भाषा बनाना चाहिए।

समाजसेवी संदीप भूतोरिया ने कहा : कि इन दिनों हम एक अभूतपूर्व समय में रहकर इस कठिन घड़ी से गुजर रहे हैं, इस अनिश्चितता में हमारे भविष्य को प्रभावित करने की शक्ति निहित है, वैभव कोठारी इसका एक आदर्श उदाहरण हैं। भारत में रह रहे बहरे और गूंगे लोगों से संबंधित एक महत्वपूर्ण मुद्दे को उजागर करने के लिए मैंने वैभव के साथ व्यक्तिगत रूप से इस वेबिनार के जरिये अंतरंग बातचीत का फैसला किया है, जिन्होंने सामाजिक मुद्दों को सुधारने के साथ-साथ सरकार के साथ मिलकर राष्ट्रीय महत्व पर एक सफलतापूर्वक अभियान भी चलाया है।

नई दिल्ली में केंद्र सरकार ने 2015 में भारतीय साइन लैंग्वेज रिसर्च एंड ट्रेनिंग सेंटर की स्थापना की थी। मार्च 2018 में पहला भारतीय साइन लैंग्वेज डिक्शनरी लॉन्च किया गया था। इसमें भारत की अब अपनी सांकेतिक भाषाओं की शब्दावली है। इसमें दुनिया में 130 से अधिक सांकेतिक भाषाएं हैं। इधर विभिन्न देश भी अपनी-अपनी प्रणाली के तहत सांकेतिक भाषाएं विकसित कर रहे हैं।

वैभव कोठारी का जीवन एक साधारण लड़के की असाधारण उपलब्धि की तरह सरल है। उन्होंने अमेरिकी सांकेतिक भाषा (एएसएल) सीखी और संयुक्त राज्य अमेरिका से एमबीए और इंजीनियरिंग की उपाधि प्राप्त की। वह अपने परिवार के व्यवसाय ओम मेटल्स इंफ्रा प्रोजेक्ट्स और ओम इंटरनेशनल एलएलसी के सफल उद्यमी हैं। वह एक टॉक शो ओमभाई की मेजबानी करते हैं और वह एक कुशल प्रेरक वक्ता भी हैं। जो लाखों लोगों को प्रेरित करते है कि वे अपने भौतिक विकलांग से निपटने का प्रयास करें। उन्होंने एक लघु फिल्म का भी निर्देशन किया है जिस फिल्म में बहरे लोगों की दुर्दशा पर प्रकाश डाला गया है।

भारत में गूंगे और बहरे लोगों की उच्च शिक्षा के लिए ज्यादा स्कोप नहीं है क्योंकि बहुत कम कॉलेज और संस्थान दुभाषियों या सांकेतिक भाषा में पढ़ा सकते हैं। इस प्रकार छात्रों को अन्य स्रोतों की ओर रुख करना पड़ता है जिसमें अधिकांश छात्र के अभिभावक उतना खर्च नहीं कर सकते हैं। विकलांगता अधिनियम 1995 वाले व्यक्तियों के अनुसार सरकारी और निजी एजेंसियों में एक प्रतिशत नौकरियां उनके लिए आरक्षित हैं। लेकिन उन नौकरियों में देशभर के किसी भी विश्वविद्यालयों से डिग्री एवं प्रमाणपत्र होने जैसी शर्तें भी शामिल हैं।

 

कोलकाता के सामाजिक और सांस्कृतिक कार्यकर्ता, लेखक, स्तंभकार और ब्लॉगर संदीप भूतोरिया, जिन्होंने अपने माता-पिता को पासपोर्ट कार्यालय में ले जाने में असमर्थ सरकारी नीतियों को बदलने के लिए सफलतापूर्वक अभियान चलाया है। इसके साथ ही हाल ही में कोरोना संक्रमण के कारण ऑनलाइन कक्षाओं के कारण किंडरगार्टन के बच्चों के बचपन को बचाने के लिए भी वह अपनी आवाज बुलंद कर चुके हैं। कोविड- 19 वैश्विक महामारी के कारण भारी कठिनाई का सामना कर रहे भारत के लोक कलाकारों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करने के लिए देश के प्रधानमंत्री से उनकी अपील पर केंद्र सरकार द्वारा उन कारीगरों को सूचीबद्ध करने के लिए तेजी से कार्रवाई शुरू की गई जो पहले बाहर रह गए थे।